देश

WFI प्रमुख Brij Bhushan Sharan Singh के समर्थन में अयोध्या के संत करेंगे रैली

संतों के एक समूह ने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख Brij Bhushan Sharan Singh के समर्थन में अगले सप्ताह एक रैली की घोषणा की है।  संतों ने कहा कि वे यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम का भी विरोध करेंगे, जिसका दावा है कि इसमें “कई खामियां और दोषपूर्ण खंड हैं।

साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया सहित देश के शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख भाजपा सांसद सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

संतों ने कहा कि वे 5 जून को अयोध्या के राम कथा पार्क में रैली करेंगे

महंत सत्येंद्र दास ने कहा, “हम अयोध्या के संत और देश के अन्य धार्मिक स्थलों के लोग बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में रैली करेंगे। उन्होंने कहा, “हम पॉक्सो कानून का भी विरोध करेंगे क्योंकि इसमें कई खामियां और दोषपूर्ण धाराएं हैं।”

Brij Bhushan Sharan Singh के करीबी सहयोगी और निजी सहायक सुभाष सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”देश के वरिष्ठ संतों और संतों के आह्वान पर रैली का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हरिद्वार, काशी, मथुरा और देश के अन्य धार्मिक स्थलों सहित विभिन्न स्थानों के संत रैली में शामिल होंगे।

निर्दोषों पर लगाया जाता है यौन उत्पीड़न का आरोप

कमलनयनदास ने कहा, बृजभूषण सिंह का मामला पहला नहीं है कि निर्दोष व्यक्तियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है और बृजभूषण सिंह के भी विरुद्ध जो आरोप है, वह षड़यंत्र प्रतीत हो रहा है।

कई संतों पर भी इसी तरह का आरोप लगा कर उन्हें तबाह कर दिया गया। महंत मैथिलीरमणशरण ने कहा, यह कानून राष्ट्रीय समस्या बनता जा रहा है और इसका समाधान होना चाहिए।

आचार्य मिथिलेशनंदिनीशरण ने कहा, हम यौन उत्पीड़न के मामले में और कड़े कानून के पक्षधर हैं, किंतु किसी के कह देने भर से कार्रवाई न्यायसंगत नहीं है। इस तरह की व्यवस्था अमानवीय है। महंत रामभूषणदास कृपालु ने कहा, जिस व्यक्ति ने कुश्ती को शिखर पर पहुंचाया, उसे हम ऐसे कानून का शिकार नहीं होने देंगे और ऐसे कानून के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई छेड़ेंगे।

बृजभूषण पर लगाए गए अनर्गल आरोप

महंत गौरीशंकरदास ने कहा, यह कुश्ती संघ के अनुशासन का मामला है, जब बृजभूषण सिंह ने सभी पहलवानों के लिए चयन से पूर्व ट्रायल का नियम बनाया, तब कुछ चौधरी बनने वाले पहलवान अनर्गल आरोप लगाने पर उतर आए। महंत जनार्दनदास एवं मनीषदास ने कहा, यह कानून न्याय की जगह पीड़ा पहुंचाने का माध्यम बनता जा रहा है।

रैली में विधिवेत्ता रखेंगे राय

अपनी मांग के समर्थन में संतों ने पांच जून को रामकथापार्क में रैली की भी तैयारी शुरू की है। रैली में देश भर के संतों और सामाजिक सरोकार रखने वालों को आमंत्रित किया गया है। रैली का संयोजन कर रहे महंत मैथिलीरमणशरण के अनुसार रैली में कुछ शीर्ष विधिवेत्ता और पूर्व जस्टिस भी भाग लेंगे, जो ऐसे कानून की निरर्थकता परिभाषित करेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button