*सवा लाख गायत्री मंत्र का जाप करने जुटे हजारों विप्र बंधु* *एक घण्टे में पांच लाख गायत्री मंत्रों का हुआ जाप*
गायत्री मंत्र का जाप प्रत्येक ब्राह्मण के लिए आवश्यक-श्रीमहंत

गंजबासौदा:- नवरात्रि की सप्तमी तिथि के दिन रविवार को स्थानीय मानस भवन में विप्र समाज ब्राह्मण दल द्वारा सवा लाख गायत्री मंत्र के जाप का आयोजन का आह्वान किया था जिसके लिए क्षेत्र के विप्र बंधुओं को आमंत्रित किया गया था दोपहर 1:00 बजे से प्रारंभ हुए आयोजन में हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज के बंधु ,बड़ी संख्या में मात्र शक्ति ,कर्मकांडी ब्राह्मण सहित सन्त समाज उपस्थित रहा आयोजन में प्रमुख रूप से नौलखि खालसा के श्रीमहंत राममनोहर दास जी महाराज, गंज हनुमान मंदिर के महंत महेश्वर दास जी महाराज, मूडरी धाम के महंत परशुराम दास जी महाराज, सिंनोटा धाम के महंत लखनदास जी महाराज, वेदांत आश्रम के महंत हरिहर दासजी, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के महंत उपस्थित थे सर्व प्रथम पंडित केशव शास्त्री के मार्गदर्शन में भगवान परशुराम व माँ गायत्री का विधिविधान से पूजन अर्चन दीप प्रज्वलन पुष्प अर्पण किये गए तद्पश्चात अतिथि पूजन में उपस्थित सन्त समाज का अक्षत रोली व पुष्प से स्वागत किया गया कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए पंडित केशव शास्त्री द्वारा उपस्थित ब्राह्मण समुदाय को माता गायत्री का आह्वान करते हुए गायत्री मंत्र का जाप प्रारम्भ कराया और श्री शास्त्री ने गायत्री मंत्र की महिमा का वर्णन करते हुए उपस्थित बंधुओं को 5,7,11 मालाओं का जाप इक्षा शक्ति से करने का निवेदन किया उल्लेखीय बात यह रही कि आयोजक ब्राह्मण दल ने सबा लाख गायत्री मंत्र के जाप का संकल्प लिया था लेकिन हजारों की संख्या में विप्र समाज ने 1 घण्टे में ही करीब 5 लाख जाप करने का दावा किया है|
*ब्राह्मण ,समाज का मार्गदर्शक-राममनोहरदास*
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ब्राह्मण समाज का मार्गदर्शक होता है गायत्री मंत्र के जाप से ब्राह्मणों को ऊर्जा प्राप्त होती है गायत्री माता ब्राह्मणों की इष्ट देवी होती है इसलिए प्रत्येक ब्राह्मण को गायत्री मंत्र का जाप करना आवश्यक होता है उक्त उद्गार ब्राह्मण दल द्वारा आयोजित किए गए सवा लाख गायत्री मंत्र जाप के आयोजन में मानस भवन में नोलखी खालसा के श्रीमहंत श्री राम मनोहर दास जी महाराज द्वारा दिए गए उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ब्राह्मणों की स्तिथि अत्यंत ही दयनीय है जबकि ब्राह्मणों की उतपत्ति समाज को राह प्रसस्त करने की होनी चाहिए मार्गदर्शित करते हुए कहा कि ब्राह्मण को किसी नौकरी की आवश्यकता नहीं होती ब्राह्मण में स्वम् इतना तेज होता है कि वह खुद ही बहुत कुछ कर सकता है वस ब्राह्मणों को अपने तेज को जाग्रत करने की आवश्यकता होती है |
*बटुक महाराज रहे आकर्षण का केंद्र-*
यूं तो गायत्री मंत्र के जाप के लिए हजारों ब्राह्मण एकत्रित हुए उनमें भी प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे वेदांत आश्रम में शिक्षा ले रहे वटुक महाराज छोटे छोटे बच्चे पूर्ण भेस भूसा में करीब डेढ़ दर्जन बच्चे मंच के समीप ही आसीन थे जो कि मुख्य आकर्षण का केंद्र बने रहे|कार्यक्रम के समापन के अवसर पर रामकिशोर शर्मा व नीलेश शर्मा द्वारा सन्त समाज की विदाई की गई कार्यक्रम का आभार संतोष शर्मा व ग्रजेश मिश्रा ने व्यक्त किया साथ भव्य आयोजन का संचालन आशीष दुवे द्वारा व्यक्त किया गया|