*जिस कलम को कभी किसी कीमत में खरीदा ना जा सके उसी का नाम है पत्रकारिता- ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी*

*जिस कलम को कभी किसी कीमत में खरीदा ना जा सके उसी का नाम है पत्रकारिता- ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी*
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर एक सुंदर कार्यक्रम आयोजित किया गया ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने सभी पत्रकार बंधुओं को राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दुनिया उनके सामने झुकती है जिसकी कलम भले ही टूट गई हो लेकिन उसने कभी किसी के सामने अपना सिर नहीं झुकाया जिस कलम को कभी किसी कीमत में खरीदा ना जा सके वही कलम एक इतिहास रच सकती है। पत्रकारिता वह जो जनकल्याण के लिए हो वही सच्ची पत्रकारिता है। समाचार पत्रों में पृष्ठों की संख्या से कभी प्रभावित नहीं होती बल्कि इसमें जो लिखा है वह बहुत महत्वपूर्ण है और वास्तव में वही मायने रखता है। जब हमारे जीवन में आध्यात्मिकता होती है तो मूल्य आते हैं। नैतिक मूल्यों वाला मीडिया तभी संभव है जब लोगों में नैतिक मूल्य हो, अगर मीडिया कर्मी एक-एक करके बदलते हैं तो हजारों श्रोता भी अपने आप बदल जाएंगे क्योंकि आपके पास कलम की ताकत है। अपने जीवन को आनंदमय बनाओ क्योंकि आत्म परिवर्तन ही संपूर्ण विश्व परिवर्तन की वास्तविक और मजबूत नींव है। ब्रह्माकुमारी रुकमणी दीदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप किस स्तर पर पत्रकारिता कर रहे हैं लेकिन कैसी पत्रकारिता कर रहे हैं इस बात से फर्क जरूर पड़ता है। आज डिजिटल वर्ल्ड में एक स्थानीय पत्रकार भी राष्ट्रीय स्तर की खबर बना सकता है बशर्ते उसकी सोच में अहंकार ना हो और उसका समर्पण अपने कार्य के प्रति दिल से हो। दीदी ने शिव परमात्मा की महिमा और शक्तियों से अवगत कराया और सफलता का आशीर्वाद दिया एवं पत्रकारों को संस्था के परिचय से अवगत कराएं।