भारत पहुंचा सबसे बड़ा कंटेनर जहाज, अदाणी के मुंद्रा पोर्ट्स पर डाला लंगर
संपादक सारांश
एमएससी अन्ना 26 मई को अदाणी पोर्ट्स, मुंद्रा में पहुंचा।
इसकी लंबाई 399.98 मीटर है, जो लगभग चार फुटबॉल मैदानों की लंबाई है।
सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में से, यह 19,200 टीईयू ले जा सकता है।
भारत की सबसे बड़ी पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स कंपनी, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) के मुंद्रा पोर्ट ने भारतीय पोर्ट पर अब तक के सबसे बड़े कंटेनर जहाज का स्वागत करके एक और रिकॉर्ड बनाया है। यह जहाज, एमएससी अन्ना, 26 मई को भारत पहुंचा, जो पोर्ट और देश के समुद्री उद्योग दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन है।
एमएससी अन्ना एक प्रभावशाली जहाज है, जिसकी कुल लंबाई 399.98 मीटर (लगभग चार फुटबॉल मैदानों की लंबाई के बराबर) और 19,200 टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विपमेंट यूनिट) की आश्चर्यजनक क्षमता है, जो इसे अब तक भारतीय पोर्ट पर आने वाला क्षमता के हिसाब से सबसे बड़ा कंटेनर जहाज बनाता है। इसका एराइवल ड्राफ्ट 16.3 मीटर है, जिसे केवल अदाणी पोर्ट्स, मुंद्रा में ही समायोजित किया जा सकता है, क्योंकि भारत में किसी अन्य पोर्ट में इतने गहरे जहाज को बर्थ करने में सक्षम नहीं है। अपने ठहरने के दौरान, अपेक्षित एक्सचेंज 12,500 टीईयू है, जो मुंद्रा पोर्ट की बड़े कार्गो को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने की क्षमता को दर्शाता है।
जुलाई 2023 में, अदाणी पोर्ट्स, मुंद्रा ने दुनिया के सबसे लंबे कंटेनर जहाजों में से एक, एमवी एमएससी हैम्बर्ग को 399 मीटर की कुल लंबाई और 16,652 टीईयू की क्षमता के साथ बर्थ देकर एक रिकॉर्ड बनाया था। इसने दुनिया के सबसे बड़े जहाजों को संभालने के लिए पोर्ट की क्षमता को दर्शाता और एमएससी अन्ना के आगमन का रास्ता साफ़ किया।
अदाणी पोर्ट्स, मुंद्रा के रिकॉर्ड-तोड़ कारनामे 2023 के अंत में भी जारी रहे। अक्टूबर में, यह एक महीने में 16 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) कार्गो संभालने वाला भारत का पहला पोर्ट बन गया। इसके अलावा, इसके कंटेनर टर्मिनल सीटी-3 ने एक वर्ष में 3 मिलियन टीईयू का प्रबंधन करने वाला भारत का पहला टर्मिनल बनकर एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन हासिल किया। टर्मिनल ने नवंबर में 3,00,000 से अधिक टीईयू के मासिक हैंडलिंग रिकॉर्ड को भी हासिल किया, जो भारत के किसी भी टर्मिनल द्वारा अब तक का सबसे अधिक है।
अदाणी पोर्ट्स, मुंद्रा का घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकसित होना इसकी रणनीतिक योजना और विश्वस्तरीय सुविधाओं का प्रमाण है। 35,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला, यह भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट है, जो गहरे ड्राफ्ट और हर मौसम में काम करने की क्षमताओं से लैस है। ये जहाजों के लिए कार्गो की निकासी को कुशल बनाने और जहाजों के टर्नअराउंड टाइम को काफी कम करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे यह प्रमुख वैश्विक शिपिंग लाइनों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन जाता है।
एमएससी अन्ना के मुंद्रा पहुंचने से न केवल पोर्ट के बड़े जहाजों को संभालने की क्षमता का पता चलता है बल्कि यह भारत की समुद्री व्यापार क्षमताओं को बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाता है। अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (एपीएसईजेड) द्वारा अपनी सुविधाओं को बढ़ाने और एडवांस करने के साथ-साथ, यह पोर्ट ग्लोबल शिपिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में दिनोंदिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए बढ़ रहा है।