क्षेत्रीय टेक्सटाइल ताकतें ‘भारत टेक्स 2024’ एक्सपो में भारत की उभरती टेक्सटाइल इंडस्ट्री का जश्न मनाने को उत्साहित
~ मध्य प्रदेश के भारत टेक्स 2024 में सहायक साझेदार राज्य के रूप में शामिल होने के साथ माननीय मुख्यमंत्री श्री डॉ. मोहन यादव ने औद्योगिक प्रगति और रोजगार वृद्धि पर जोर देते हुए व्यापक विकास की परिकल्पना की है
~ भारत में घरेलू परिधान और कपड़ा उद्योग देश की जीडीपी में लगभग 2.3%, औद्योगिक उत्पादन में लगभग 7% और निर्यात में लगभग 11% योगदान देता है ~
12 फरवरी 2024 : भारत का प्रमुख वैश्विक टेक्सटाइल कार्यक्रम ‘भारत टेक्स 2024’ गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित हथकरघा एवं हस्तशिल्प परंपराओं के भव्य संगम का गवाह बनने के लिए तैयार है। पांच भारतीय राज्य सुर्खियों में छाने के लिए तैयार हैं, क्योंकि वे कलात्मक उत्कृष्टता, हथकरघा शिल्प कौशल की विशेषता और विशिष्ट टेक्सटाइल नवप्रवर्तनों की एक साझा प्रस्तुति देने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के ‘साझेदार राज्य’ के रूप में शामिल होने के साथ भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम ने गुजरात, तेलंगाना और मध्य प्रदेश को ‘सहायक साझेदार राज्य’ के रूप में शामिल होने की घोषणा की है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और असम इस प्रमुख वैश्विक टेक्सटाइल कार्यक्रम में राज्य मंडप स्थापित करेंगे। मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित बाटिक प्रिंटिंग, हैंड-ब्लॉक प्रिंटिंग, चंदेरी और माहेश्वरी सिल्क, गुजरात की बंधनी, पटोला सिल्क, हैंड-पेंटिंग, उत्तर प्रदेश की चिकनकारी, जरी-जरदोजी, महाराष्ट्र की पैठणी साड़ी, वारली आर्ट, मशरू और हिमरू से लेकर आंध्र प्रदेश की अत्यंत-प्रशंसित जूट, हाथ से तैयार कलमकारी, हाथ से बुनी गईं भव्य धर्मावरम साड़ियां और बढ़िया मंगलागिरी सूती बुनाई तक भारत टेक्स 2024 विश्व स्तर पर प्रशंसित राज्यों की हस्तशिल्प और हथकरघा परंपराओं तथा नीतियों, नवीन प्रौद्योगिकियों व आगामी टेक्सटाइल पार्कों जैसी पहलों के संदर्भ में राज्य की प्रगतिशील पहलों का प्रदर्शन करेगा।
राज्य की साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री श्री एकनाथ संभाजी शिंदे ने कहा, “मुझे भारत टेक्स 2024 आयोजन में साझेदार राज्य के रूप में महाराष्ट्र की भागीदारी की घोषणा करते हुए अत्यंत गर्व हो रहा है। भारत में सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के रूप में यह आयोजन उद्योग में आपसी सहयोग और नवप्रवर्तन के लिए सबसे बड़े मंच का आकार ले रहा है। महाराष्ट्र भारत में टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र की विकास गाथा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है; चाहे वह पैठणी साड़ी की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा हो या कुछ महत्वाकांक्षी स्टार्ट-अप द्वारा स्मार्ट टेक्सटाइल्स की उन्नति। टेक्सटाइल और तकनीकी टेक्सटाइल क्षेत्र महाराष्ट्र के आर्थिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और हम इसकी निरंतर सफलता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महाराष्ट्र यह सुनिश्चित करेगा कि बुना गया प्रत्येक धागा 2047 में एक विकसित भारत की दिशा में हमारे देश की प्रगति की समृद्ध तस्वीर में जुड़ जाए।”
मध्य प्रदेश के ‘सहायक साझेदार राज्य’ के रूप में शामिल होने पर मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश की समृद्धि उसके उद्योगों की प्रगति में निहित है। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसरों में वृद्धि होती है। राज्य सरकार व्यापक विकास, सुशासन को बढ़ावा देने और एक प्रभावी प्रणाली को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
गुजरात के ‘सहायक साझेदार राज्य’ के रूप में शामिल होने पर गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा, “गुजरात के लिए कपड़ा सिर्फ एक उद्योग नहीं है, बल्कि एक परंपरा और विरासत भी है, जिसे हम अपने हस्तशिल्प और मशीनों के जादू के जरिये दुनिया के सामने प्रस्तुत करते हैं। टेक्सटाइल क्षेत्र की वृद्धि भारत की वृद्धि और रोजगार के अवसरों की वृद्धि में निहित है। हमारा कपड़ा उद्योग एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है, जो हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रस्तुत अवधारणा 5एफ (फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फॉरेन) को साकार करता है। आज गुजरात दुनिया भर के परिधान आयातकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। पूरे देश में बुने हुए फाइबर उत्पादन में गुजरात सबसे अधिक योगदान देने वाला राज्य है, जो ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ में अग्रणी बनने की हमारी महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।”
तेलंगाना के ‘सहायक साझेदार राज्य’ के रूप में शामिल होने पर तेलंगाना के माननीय मुख्यमंत्री श्री अनुमुला रेवंत रेड्डी ने कहा, “ऐतिहासिक रूप से वस्त्रों का सभ्यता के विकास के साथ एक अनूठा रिश्ता रहा है और टेक्सटाइल के संदर्भ में दुनिया में भारत की एक अद्वितीय नेतृत्व स्थिति रही है। ऐसे संदर्भ में देखा जाने वाला भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल्स द्वारा शुरू की गई एक स्वागत योग्य पहल है, न केवल भारत के अद्वितीय टेक्सटाइल उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए, अपितु टेक्सटाइल और परिधान क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए एक मंच के रूप में भी। तेलंगाना में हथकरघा की एक जीवंत, विविध और समृद्ध विरासत है, जिसमें गडवाल, नारायणपेट, पोचमपल्ली इक्कत के कपड़े और बंजारा कला, बिदरी आदि जैसे हस्तशिल्प शामिल हैं। सभी 5एफ क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति के साथ तेलंगाना टेक्सटाइल के लिए एक अग्रणी विनिर्माण केंद्र भी है। भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम के साथ हम पूरी दुनिया के सामने तेलंगाना की टेक्सटाइल गाथा को प्रदर्शित करने के लिए एक अपनी ही तरह के अनूठे मंच का लाभ उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।”
टेक्सटाइल से जुड़े उत्साह को और फैलाते हुए भारत टेक्स 2024 के केंद्र में कलाकारों तथा डिजाइनरों के लिए अपनी अमिट छाप छोड़ने व इतिहास का एक हिस्सा बनाने का एक अनूठा अवसर निहित है। कपड़ा मंत्रालय अपनी आधिकारिक MyGov वेबसाइट पर भारत टेक्स मेमेंटो डिजाइन कॉन्टेस्ट की मेजबानी कर रहा है, जो भारत टेक्स में ‘थ्रेड्स ऑफ ट्रेडिशन एंड इनोवेशन’ थीम पर केंद्रित है। प्रथम विजेता को 10,000 रुपए का नकद पुरस्कार मिलेगा, उसके बाद दूसरे और तीसरे विजेताओं को क्रमशः 3,000 रुपए और 2,000 रुपए का नकद पुरस्कार मिलेगा। विजेता डिजाइन को भारत टेक्स 2024 के दौरान सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) द्वारा आयोजित टेक्सटाइल सस्टेनेबिलिटी अवार्ड्स 2024 की उत्सुकता से प्रतीक्षित घड़ी 27 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में प्रतिष्ठित भारत टेक्स 2024 कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए तैयार है। टेक्सटाइल इंडस्ट्री द्वारा अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के प्रति जागरूक भविष्य की दिशा में की गई उल्लेखनीय प्रगति का जश्न मनाने के लिए एक मंच तैयार करते हुए यह आयोजन उद्योग के कई बड़े लीडर्स, नीति निर्माताओं और टिकाऊपन के चैंपियनों को एक साथ लाएगा।
फोर्टम, लेनजिंग, एचएंडएम, बुसाना ग्रुप और ह्योसुंग कॉर्प सहित प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय टेक्सटाइल कंपनियों की भागीदारी वैश्विक टेक्सटाइल क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करती है, जो देश के कपड़ा उद्योग में बढ़ते निवेश के लिए अनुकूल संभावना का संकेत देती है। इंडस्ट्री की भागीदारी के अलावा ऑस्ट्रेलिया, इटली, तुर्की, साउथ कोरिया, बांग्लादेश, रूस, पेरू, मिस्र और थाईलैंड सहित प्रमुख टेक्सटाइल केंद्रों से मंत्रिस्तरीय और व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडलों के भी भाग लेने की उम्मीद है।
जहां ये सहयोग टेक्सटाइल इंडस्ट्री के भीतर विकास, नवप्रवर्तन और टिकाऊपन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं लगभग 2 लाख वर्ग फुट क्षेत्र और 50+ नॉलेज सेशंस में फैली यह मेगा इवेंट परिधान, होम फर्निशिंग, फ्लूर कवरिंग, फाइबर, यार्न, थ्रेड, फैब्रिक्स, प्रिंटिंग तकनीक, कालीन, रेशम, टेक्सटाइल आधारित हस्तशिल्प, तकनीकी टेक्सटाइल के साथ-साथ और भी बहुत कुछ का प्रदर्शन करने वाली कंपनियों का एक प्रभावशाली मिश्रण सामने लाएगी।
नवप्रवर्तन, सहयोग और अपने मूल में ‘मेक इन इंडिया’ की भावना के साथ भारत टेक्स 2024 माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5एफ विजन – फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फैशन टू फॉरेन का अवतार है, जो इस एक्सपो का उद्घाटन भी करते नजर आएंगे। यह आयोजन वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा टेक्सटाइल आयोजन माना जा रहा है, जिसमें 40 से अधिक देशों के 3500+ एक्सहिबिटर्स और 40,000+ विजिटर्स शामिल होंगे। भारत टेक्स 2024 भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और वस्त्र परंपराओं से लेकर नवीनतम तकनीकी नवप्रवर्तनों को प्रदर्शित करने तक संपूर्ण टेक्सटाइल उद्योग की वैल्यू चेन का एक व्यापक प्रदर्शन होगा।