बदली हुई न्याय की देवी से क्या सचमुच बदलेंगे हालात? – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) December 27, 2024
क्यों हम क्वालीफाई हो रहे, एजुकेट नहीं?? क्वालीफाईड होने में पीछे रह गई एजुकेशन – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) October 15, 2024
आधी रात में केक काटने का चलन: उत्सव या दिखावा? – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) September 3, 2024