किसी की चंद मिनटों की खुशी, किसी और की खुदखुशी
किसी की चंद मिनटों की खुशी, किसी और की खुदखुशी – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) बड़े अरमानों से माता-पिता अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करते हैं। जो वो न कर सकें, उनके बच्चे कर दिखाएँ, कुछ मजबूरियों और जिम्मेदारियों के बोझ के नीचे दबे-कूचे उनके सपने उनके बच्चे पूरे करें, इसी सोच … Read more