शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय सिरोंज में विषय “विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीकें” पर दो दिवसीय सांइस डे का आयोजन, राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार और मध्य प्रदेश विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के तत्वावधान में किया गया। साइंस डे हर साल 28 फ़रवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को विज्ञान दिवस के तौर पर मनाने की वजह है कि इसी दिन भारत में पहली सबसे बड़ी वैज्ञानिक खोज हुई थी. यह खोज ‘रमन इफ़ेक्ट’ (The Raman Effect) के नाम से जानी जाती है
प्रथम दिवस कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन से हुई। कार्यक्रम के को-ऑर्डिनेटर श्रीमती शैलजा नेमा (लेक्चरर, सीएसई) ने बताया कि,
प्रथम दिवस, मुख्य अतिथि के तौर पर लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शिव यादव को आमंत्रित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को वैक्सीन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैक्सीन कैसे बनती है, विद्यार्थी वैक्सीन के लिए अपना योगदान कैसे दे सकते हैं, वैक्सीन के क्या लाभ हैं, और कोविड-19 वैक्सीन कैसे बनी। इसके साथ ही कार्यक्रम में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। द्वितीय दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन के साथ हुई। इस दिन की मुख्य अतिथि के तौर पर शासकीय डिग्री कॉलेज विदिशा से श्रीमती डॉ. विनीता प्रजापति को आमंत्रित किया गया। उन्होंने सरस्वती जी को माल्यर्पण करते हुए विद्यार्थियों को भारतीय वैज्ञानिकों और उनकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।संस्था के लेक्चरर श्री महेंद्रपाल सर ने भी विधार्थियों को साइंस डे महत्व के बारे मे बताया। इसके बाद, महाविद्यालय में पोस्टर प्रतियोगिता, साइंस क्विज़ और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य श्री अंकुर सक्सेना जी एवं सिविल के एच. ओ.डी. श्री सुरेश दोहरे जी ने प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्यार्थियों को भी पार्टिसिपेशन किट उपहार स्वरूप दी गयी। कार्यक्रम का मंच संचालन सिविल ब्रांच के लेक्चरर श्री आशीष दुबे के द्वारा किया गया।