विदिशा नगर में राष्ट्र सेविका समिति की सेविकाओं द्वारा *जयोस्तुते* पथ संचलन निकला गया।

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विदिशा

प्रतिवर्षानुसार की भांति विजया दशमी राष्ट्र सेविका समिति स्थापना दिवस के अवसर पर इस वर्ष भी 29 अक्टूबर रविवार को विदिशा नगर में राष्ट्र सेविका समिति की सेविकाओं द्वारा *जयोस्तुते* पथ संचलन निकला गया।संचलन में विदिशा नगर के साथ साथ ग्यारसपुर, नटेरन, गुलाबगंज, लक्ष्मीनगर, सूर्यनगर से भी सेविका बहनें सम्मिलित हुईं।संचलन की अध्यक्षता नेत्र निकेतन चिकित्सालय संचालक डॉ रुपाली जैन जी द्वारा की गई।नगर समिति पालक के नाते श्रीमती प्रेमलता अग्रवाल जी मंचस्थ रहीं।पथ संचलन से पूर्व शस्त्र पूजन, प्रार्थना, गीत में बहनों की सहभागिता रही।अध्यक्षता कर रहीं डॉ रुपाली जैन जी ने अपने उदबोधन में कहा महिलाओं को समाज का डॉक्टर बन कर स्वस्थ समाज बनाना है।कार्यक्रम की मुख्य वक्ता के रूप में विदिशा विभाग कार्यवाहिका डॉ पिंकेशलता रघुवंशी जी ने अपने वक्तव्य में वन्दनीय मौसीजी लक्ष्मीबाई के स्वप्न को पूरा करने का आह्वान किया।उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि महिलाएं मां बहन बेटी पत्नी हर रिश्ते को पूर्ण करते हुए अपने कार्यक्षेत्र में अपना अधिकतम योगदान कैसे दे सकती है।वैश्विक पटल पर भारत की स्थिति हर क्षेत्र में दिन प्रतिदिन बदलती जा रही है।आज विश्व के बड़े बड़े राष्ट्र हर समस्या के समाधान के लिए हमारी ओर देख रहे हैं।महिलाएं राष्ट्र,समाज, परिवार में अधिक से अधिक अपना योगदान देकर तेजस्वी राष्ट्र के पुनर्निर्माण करते हुए वन्दनीय मौसीजी लक्ष्मी बाई केलकर जी का स्वप्न पूरा करना है।वर्तमान में हर क्षेत्र में महिलाएं सबसे अग्रणी स्थान पर खड़े हो कर नेतृत्व कर रहीं हैं।हमें जड़ों से जुड़कर आसमान को छूना है।आगामी आने वाले लोकतंत्र के महापर्व में सभी बहनों को शत प्रतिशत मतदान हेतु प्रेरित करते हुए अपने अपने स्थान पर मतदान करने और करवाने हेतु आग्रह किया गया। पथ संचलन में तरुणियो व ग्रहणियो के घोषदल पर लगभग 300 पूर्ण गणवेश धारी बहनों ने कदमताल करते हुए सहभागिता की एवं नगर के सभी प्रमुख मार्गों पर संचलन में निकली बहनों का पुष्प वर्षा के साथ नागरिकों ने स्वागत किया।

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