*साहब का फोन आते ही बिना जांच के ही उल्टे पैर भागा जांच दल*

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*कान्वेंट स्कूल की जांच का मामला–*

*साहब का फोन आते ही बिना जांच के ही उल्टे पैर भागा जांच दल*

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*जांच दल बोला अभी जा रहे हैं फिर आंएगे जांच करने*

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गंजबासोदा– शहर के भारत माता कांबेंट स्कूल में विगत माह की नौ तारीख को कुछ छात्रों द्वारा जय श्रीराम का नारा लगाने पर स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर रीना द्वारा छात्र को पीटने का मामला 20 दिन बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा हैं उक्त मामले में छात्र नेता विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक विवेक विश्वकर्मा द्वारा पूरे मामले की शिकायत बाल संरक्षण आयोग से की गई थी जिसमें आयोग के पत्र के बाद एक जांच दल आज आरके जैन के नेतृत्व में नगर के कान्वेंट स्कूल में प्रातः 11 बजे पहुंचा आने के एक दिन पूर्व जांच दल द्वारा शिकायत कर्ता विवेक विश्वकर्मा को लिखित में पत्र जारी कर बयान के लिए स्कूल में तय तारीख व समय पर उपस्थित रहने को भी कहा गया था सब कुछ ठीक चल रहा था जांच दल समय पर स्कूल में पहुंचा और प्रिंसिपल कक्ष में जांच दल ने जांच प्रारंभ करनी प्रारंभ ही की थी की स्कूल के एक टीचर द्वारा एक फोन लगाया सामने से जो भी साहब थे उन्होंने अपनी भाषा में जो भी बात जांच दल से कही फिर क्या था जांच दल बिना जांच के ही उल्टे पैर भागा और मीडिया के अनेक प्रश्नों का एक भी उत्तर नहीं दिया बस इतना ही कहा की अभी जा रहे हैं फिर जांच के लिए आयेंगे| लेकिन कई बार पूछने पर की आप विदिशा से जांच के लिए आए सब को सूचना दी अचानक एक फोन आया और आपने चेहरे की हवाइयां उड़ गई और आप भाग कर वापस जा रहे हो ऐसा क्या हुआ कौन से साहब ने लताड़ लगा दी लेकिन मीडिया के सदस्यों के प्रश्नों का एक भी उत्तर जांच दल के पास नहीं था|जबकि कुछ समय पहले तक जांच दल निष्पक्ष पूरी जांच करने की बात कर रहा था अब ऐसे में यह बात समझ से परे है की ऐसा कौन अधिकारी है जिसे जांच दल द्वारा की जा रही जांच से समस्या है और वह इसे रोकना और मिशनरी स्कूल का सहयोग करना चाहता है क्या पूरे मामले में लीपापोती तो नहीं हो रही है क्या इस बार निष्पक्ष जांच हो सकेगी क्योंकि पूरे मामले में पीड़ित छात्र सहित अन्य एक छात्रा पहले ही एसडीएम व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्तिथि में पहले ही बीआरसी को लिखित बयान विगत माह की नौ तारीख को ही स्कूल में ही दे चुके हैं फिर भी अब तक जांच आगे क्यों नहीं बड़ी और आई बाल आयोग के जांच दल को भी किसी अधिकारी ने फोन कर जांच करने से रोक दिया अब पूरे मामले में क्या परिणाम आएगा आप समझ सकते हैं|

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