*वर्ल्ड बुक डे: डॉ. अतुल मलिकराम की पुस्तकों के माध्यम से करें समाज, संस्कृति और सतत विकास की यात्रा का अनुभव* 

*वर्ल्ड बुक डे: डॉ. अतुल मलिकराम की पुस्तकों के माध्यम से करें समाज, संस्कृति और सतत विकास की यात्रा का अनुभव*    प्रत्येक वर्ष 23 अप्रैल को मनाया जाने वाला वर्ल्ड बुक डे, किताबों और पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने का एक वैश्विक उत्सव है। यह दिन हमें उन लेखकों की रचनाओं की ओर … Read more

जाने कहाँ गए वो दिन..- अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

जाने कहाँ गए वो दिन..  – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) जाने कहाँ गए वो दिन, जब बचपन की मासूमियत और बेफिक्री जीवन का हिस्सा हुआ करती थी। आज, समझदारी और जिम्मेदारियों के बोझ तले दबे हुए, वो दिन किसी खूबसूरत ख्वाब जैसे लगते हैं। वो पल, जब न भविष्य की चिंता थी, न … Read more

बदली हुई न्याय की देवी से क्या सचमुच बदलेंगे हालात? – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

बदली हुई न्याय की देवी से क्या सचमुच बदलेंगे हालात? – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) देश में आजकल बदलाव की लहर चल रही है। अब तक तो हमने शहरों के नाम बदलते देखे थे लेकिन हाल ही में न्याय की देवी की मूर्ति ही बदल दी गई। इस नए बदलाव में अब न्याय … Read more

दीवाली और पटाखे-जब हाथ में ही फट गया सुतलीबम(संस्मरण)

दीवाली और पटाखे-जब हाथ में ही फट गया सुतलीबम(संस्मरण)   बीता वक्त दुबारा लौटकर तो नहीं आता लेकिन बीते वक़्त की जुगाली करने से हमें कौन रोक सकता है? मेरे बचपन में दीवाली से एक महीने पहले से ही गाँव में हलचल मच जाती.मिट्टी के घरों की छबाई, लिपाई, पुताई मुख्यतौर पर महिलाओं की ही … Read more

शब्दों में शक्ति तभी होगी जब सोच में गहराई होगी…- अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

शब्दों में शक्ति तभी होगी जब सोच में गहराई होगी… – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)   “एक लेखक की सबसे बड़ी पूंजी उसकी सोच होती है। शब्द तो केवल उस सोच का माध्यम होते हैं।” एक शाम मैं अपनी बालकनी में सुकून से बैठा था, बड़े दिनों बाद ऐसा मौका मिला था जब … Read more

सपनों से दूर करती यह कैसी पढ़ाई……. – अतुल मलिकराम (लेखक एवं राजनीतिक रणनीतिकार)

सपनों से दूर करती यह कैसी पढ़ाई……. – अतुल मलिकराम (लेखक एवं राजनीतिक रणनीतिकार) किताबी ज्ञान तक सीमित हमारी शिक्षा नीति और इंडस्ट्री के लिए जरुरी कौशल के बीच की खाई भारत के हलचल और महत्वाकांक्षाओं से भरे एक शहर में, आन्या रहती है। आन्या 20-22 साल की एक होनहार बालिका है, जिसने हाल ही … Read more

एम्प्लॉयीज़ से चलती है कंपनी – अतुल मालिकराम , पी आर कंसलटेंट

एम्प्लॉयीज़ से चलती है कंपनी – अतुल मालिकराम , पी आर कंसलटेंट यह शत-प्रतिशत सत्य है। जब भी कोई कंपनी अपनी नींव रखने के बाद नए आयाम छूती है, तरक्की करती है, नई दिशाओं में आगे बढ़ती है और सफल होती है, तो बेशक उसमें बॉस का अहम् योगदान होता है। लेकिन सबसे बड़ा योगदान … Read more

देश दुनियां के सभी मंदिर और घर 22 जनवरी 2024 को दीपोत्सव से सरोबार होंगे भारत अमेरिका मॉरीशस सहित

प्रभु श्री रामोंत्सव – देश दुनियां में दीपोत्सव  देश दुनियां के सभी मंदिर और घर 22 जनवरी 2024 को दीपोत्सव से सरोबार होंगे  भारत अमेरिका मॉरीशस सहित पूरी दुनियां में प्रभु श्रीराम की अलख जगी-भारत में मंदिर व्यवस्थापकों ने ढोल नगाड़ों से आम जनता के पास जाकर निमंत्रण दिया- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया    … Read more

जीवन की पहली पब्लिक रिलेशन्स एक्सपर्ट माँ हैं – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

जीवन की पहली पब्लिक रिलेशन्स एक्सपर्ट माँ हैं – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) माँ.. एक शब्द में सारी दुनिया.. हमारे लिए जीने, हमें बिना शर्त के प्यार करने और समर्थन देने से लेकर हमारा मार्गदर्शन करने व उचित सलाह देने तक, आज हम जो कुछ भी हैं, उसे बनाने में और हमारे सफल … Read more

किसी की चंद मिनटों की खुशी, किसी और की खुदखुशी

किसी की चंद मिनटों की खुशी, किसी और की खुदखुशी    – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) बड़े अरमानों से माता-पिता अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करते हैं। जो वो न कर सकें, उनके बच्चे कर दिखाएँ, कुछ मजबूरियों और जिम्मेदारियों के बोझ के नीचे दबे-कूचे उनके सपने उनके बच्चे पूरे करें, इसी सोच … Read more