नर्मदा पुरम
कथा सुनने से मिलती है मोक्ष की प्राप्ति
पितृपक्ष के शुभ अवसर पर नसरुल्लागंज में चल रही सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आज तृतीय दिवस में कथा में कथा व्यास पंडित अंकित कृष्णा चतुर्वेदी ने कथा में सती चरित्र का वर्णन किया भगवान भूतनाथ शंकर जी के पार्वती जी के पास नारद जी का आगमन हुआ और पार्वती जी से नारद जी ने कहा कि भगवान शंकर आपसे प्रेम नहीं करते तब पार्वती जी ने बोला शंकर जी हमसे अनन्य प्रेम करते हैं तो कहा कि यह मंडों की माला किसकी है तो शंकर जी विस्मित हो गए फिर शंकर जी ने बताया कि यह आपके मांडो की माला है तब पार्वती जी ने कहा कि आप सचमुच में हमसे प्रेम नहीं करते तब पार्वती जी ने हट किया तब भगवान शंकर जी पार्वती जी के लिए अमर कथा सुनने के लिए गए और जड़ भरत चरित्र की कथा सुनाएं महाभारत अश्वत्थामा की कथा का वर्णन किया साथ में चल रहे पितृ गायत्री जाप आचार्य कृष्णकांत शर्मा मुकेश शर्मा पिंकेश भार्गव राकेश तिवारी
मुख्य यजमान रामहेत मोहने भागवत जी का पूजन अर्चन किया..